tag:blogger.com,1999:blog-1527701955040013649.post3065016081356184167..comments2024-03-04T16:39:21.414+05:30Comments on हिंदी-आभा भारत : पिताRavindra Singh Yadavhttp://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1527701955040013649.post-89304701626479348082019-10-12T22:30:38.491+05:302019-10-12T22:30:38.491+05:30संवेदनाशून्य होते समाज का यह सच
अब किसी ...संवेदनाशून्य होते समाज का यह सच<br />अब किसी आवरण में नहीं ढका है,<br />अंतर्मन आज सोच-सोचकर थका है,<br />अपनी ही लाश ढोता आदमी,<br />अभी नहीं थका है।<br />हृदयस्पर्शी सृजनात्मकता...<br />Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1527701955040013649.post-52034242405205714392019-10-11T16:46:56.553+05:302019-10-11T16:46:56.553+05:30जी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते,<br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (१२-१०-२०१९ ) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> " ग़ज़ब करते हो इन्सान ढूंढ़ते हो " (चर्चा अंक- ३४८६ )</a> पर भी होगी।<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br /><br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />आप भी सादर आमंत्रित है <br />….<br />अनीता सैनी अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.com