Welcome 2017
Happy New Year
बीता शताब्दी का सोलहवाँ साल,
आ गया सदी का सत्रहवाँ साल।
अब छोड़ो मन के मलाल,
आज पूछो सभी का हाल,
सब हों आबाद, रहें खुशहाल,
हो मुबारक सबको नया साल।
गत वर्ष देश-दुनिया में तख़्त-ओ-ताज बदले,
भारत में हज़ार पाँच सौ के नोट बदले,
जो मना रहे होते आज परिवार के साथ जश्न,
वे किसी और दुनिया में जाकर बन गए प्रश्न।
बुज़ुर्ग दे गये समय नापने का तोहफ़ा,
समय रुकता नहीं समझो ये फ़लसफ़ा* ।
जश्न में डूबी रात के बाद,
उगता है प्राची* में सूरज लेकर नई उमंगें,
उल्लास से भर देती हैं गुनगुनी धूप की तरंगें,
चलता है दिनभर हाय डियर ....हैप्पी न्यू ईयर!
दीवार पर टाँग दिया जाता है एक और कलेण्डर !!
@रवीन्द्र सिंह यादव
प्राची * = पूर्व दिशा (East)
फ़लसफ़ा* = दर्शन (Philosophy)
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (01-01-2020) को "नववर्ष 2020 की हार्दिक शुभकामनाएँ" (चर्चा अंक-3567) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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नव वर्ष 2020 की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'