सैनिक ने
अंतर्जाल पर वीडियो अपलोड कर,
दिखाई जली हुईं रोटियाँ,
सीमा सुरक्षा बल ने जाँच कर खंडन किया।
सैनिक!
आप नहीं जानते,
आपकी दिखाई
अधजली रोटी ग्लोबल ट्रेंड बन गयी।
हमने तो सिर्फ़
अपना मन मसोस लिया,
ख़ुद को तिलमिला लिया,
राष्ट्रीय-सुरक्षा के गंभीर सवालों से,
ख़ुद को खदबदा लिया।
लेकिन........
जो-
हमारी राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए ख़तरे हैं,
उनकी बाँछें तो खिल गयी होगीं,
अधजली रोटी खाने वाली सेना को
दुश्मन क्या समझेगा ..?
सैनिक!
हमारी चैन की नींद न उड़ाओ,
जो मिले वही खाओ,
स्वदेश के लिए क्या कुछ नहीं सहना पड़ता है,
श्रम, लहू के साथ यौवन भी वारना पड़ता है।
शिकायत-
ईर्ष्या ,आक्रोश, बदलाभाव
और खलबली पैदा करती है,
दुश्मन को रणनीति का इशारा करती है,
सब्र रखो......
विमूढ़ता और विवेक में फ़र्क रखो।
सर-ज़मीं क़ुर्बानी माँगती है,
सैनिक के ख़ून में रवानी माँगती है,
दूसरों का हक़ मारने वाले बेनक़ाब होंगे!
हम बुलंद हौसलों के साथ क़ामयाब होंगे!!
जय हिन्द!!!
@रवीन्द्र सिंह यादव
जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (26-07-2019) को "करगिल विजय दिवस" (चर्चा अंक- 3408) पर भी होगी।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी