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शब्दों के अर्थ (हिन्दी / उर्दू / ENGLISH ) / पर्यायवाची
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धूप (वर्ण पिरामिड )
ये धूप जागीर है सूर्य की तरसाती है महानगर में बेबस इंसान को।
लो
आयी
रवीना
चीरकर
घना कुहाँसा
एहसास लायी
मख़मली धूप-सा।
आ
गयी
सर्दी भी
मख़मली
धूप लेकर
कुहाँसा छा रहा
दृश्य अदृश्य होने।
वो देखो सेकती गुनगुनी धूप छज्जे पे अख़बार लिये चाय पीती दादी माँ। © रवीन्द्र सिंह यादव
बहुत ही सुन्दर पिरामिड
जवाब देंहटाएंवाह!!रविन्द्र जी ,बहुत खूबसूरत पिरामिड !!!
जवाब देंहटाएंVery nice post...
जवाब देंहटाएंWelcome to my blog for new post.
सर्दी की गुनगुनी धूप से वर्ण पिरामिड।
जवाब देंहटाएंसुंदर।
बहुत सुन्दर वर्ण पिरामिड...
जवाब देंहटाएंये
धूप
जागीर
है सूर्य की
तरसाती है
महानगर में
बेबस इंसान को।
महानगरों की गगनचुंबी इमारतों में धूप के लिए तरसते लोग...
बहुत लाजवाब...
वाह!!!
धूप का मख़मली एहसास कराते सुन्दर पिरामिड। बहुत अच्छे लगे ये पिरामिड।
जवाब देंहटाएंसुन्दर वर्ण पिरामिड!!
जवाब देंहटाएंअति सुंदर प्रयास
जवाब देंहटाएंअति सुंदर प्रयास
जवाब देंहटाएं