29 जून 2017 का
एक चित्र
मुझे परेशान किये था।
राजकोट में
प्रधानमंत्री का
9 किलोमीटर लम्बा
रोड शो
लोग अनुमानित ख़र्च
70 करोड़ रुपये तक बता रहे हैं।
9 जुलाई 2017 का
दूसरा चित्र
गाँव बसंतपुर पांगरी
ज़िला सीहोर म. प्र.
राधा 14 वर्ष
कुंती 11 वर्ष
घर में रुपयों का टोटा
बैल नहीं थे
दोनों बेटियों को
किसान पिता ने हल में जोता।
सामाजिक समरसता की
पोल खोलते ये चित्र
क्या आपकी भी नींद
हराम करते हैं...?
या फिर हम भी
संवेदनाविहीन होते
समाज का
दुखड़ा रोने की
औपचारिकता पूरी करेंगे...?
विराट भव्यता
और क्रूर अभावों का
बोलबाला
मेरे भारत में
शुतुरमुर्गी सोच का
पी रहे प्याला
रहबर
मेरे भारत में।
बस नारे गूँजते हैं
हमारे कानों में
किसे पड़ी है
नज़र दौड़ाए
खेत-खलिहानों में।
हो सकता है...!
इन बच्चियों के
और भी बुरे दिन
आ जाएँ...!!
जब क़ानून के लम्बे हाथ
इनके पिता को
सलाख़ों के पीछे
ले जायें...!!!
@रवीन्द्र सिंह यादव
सूचना -
दोनों चित्र अंतरजाल पर उपलब्ध हैं।
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