वो देखो
झुका है
भीगकर
लचका भी है
एक शरमाया शजर
पहली बारिश में तर-ब-तर
आया कोई उसके नीचे
ख़ुद को बारिश से बचाने
थमने लगी बरसात
माटी की सौंधी गंध
लगी फ़ज़ा महकाने
आ गयी चिड़िया भी
फुदककर बूँदों में नहाने
बूँदों
की सरगम पर
रिमझिम
के तराने
बौराया
बादल लगा सुनाने
न जाने किस जानिब से
लायी किसका
सुराग
आवारा
सबा
सरगोशियों में
कि
पनीले
पत्तों पर
सरकती
सरसराती
खनखनाती
आती बूँदों से
उसका भी मन मचल पड़ा
फैलाकर
अपना दामन भिगोने।
© रवीन्द्र सिंह यादव
शब्दार्थ / WORD MEANINGS
शजर = पेड़, वृक्ष / Tree
तर-ब-तर = पूरी तरह भीगा हुआ / COMPLETELY DRENCHED
बौराया = पगलाया, भटका हुआ, आम पर बौर आने की स्थिति, मंजरित /
जानिब= ओर,तरफ़,दिशा / DIRECTION
सुराग = रहस्य या अपराध का सूत्र, टोह, खोज, संकेत,सूचना,भनक / CLUES
सबा= हवा, सवेरे की हवा / Gentle Breeze
सरगोशियाँ = कानाफूसी, कान में फुसफुसाना / WHISPERING, GOSSIP
पनीले = जलयुक्त, पानी से भरे / WATERY