कार्तिक मास कृष्णपक्ष त्रियोदशी
धन तेरस शुभता लायी,
समुद्र-मंथन में आयुर्वेद,अमृत-कलश ले
धनवंतरि के प्राकट्य की तिथि आयी।
बर्तन,मूर्ति,सिक्के,शृंगारिक साजो-सामान
हैं बाज़ार के प्रलोभन,
त्योहार हैं संस्कृति के अंग
दृढ़ रखिये चंचल मन।
यथाशक्ति कीजिये
धन तेरस का स्वागत,
त्यागकर अनुचित अँधानुकरण आग्रह
संयमित हो तय कीजिये
त्योहार की लागत।
ख़ुशियाँ सबके घर-आँगन छायें,
धन तेरस की मंगलकामनाएँ।
ख़ुशियाँ सबके घर-आँगन छायें,
धन तेरस की मंगलकामनाएँ।
#रवीन्द्र सिंह यादव
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