शुक्रवार, 19 जनवरी 2018

"प्रिज़्म से निकले रंग" भाग 1


आपको यह सूचना देते हुए मन हर्षित है कि ऊपर दिया गया लिंक लेखक के तौर पर मेरे प्रथम काव्य संग्रह "प्रिज़्म से निकले रंग" का है जिसे ऑनलाइनगाथा पब्लिकेशन की ओर से प्रकाशित किया गया है। 
  
अधिक जानकारी के लिये नीचे दिया गया लिंक क्लिक कीजिये -


Prism Se Nikle Rang

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

आपकी टिप्पणी का स्वागत है.

विशिष्ट पोस्ट

सत्य की दीवार

सत्य की दीवार  उनका निर्माण था कदाचित उन्हें  सत्य के मान का भान रहा होगा सरलता और सादगी का जीवन  उनकी पहचान रहा होगा मिथ्या वचन,छल,पाखंड,क्...