हिन्दी व्याकरण



1स्त्रीलिं-पुल्लिंग (वर्ण पिरामिड)
            मानक हिन्दी और आम बोलचाल की हिन्दी में हम अक्सर लोगों को स्त्रीलिंग-पुल्लिंग सम्बन्धी त्रुटियाँ करते हुए पाते हैं। हिन्दी पट्टी के रचनाकारों के लेखन में भी प्रायः इस प्रकार की ग़लतियाँ पायी जाती हैं। 
दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत के लोग भी हिन्दी बोलते समय स्त्रीलिंग-पुल्लिंग सम्बन्धी त्रुटियाँ करते हैं जो कभी-कभी हास्य पैदा करती हैं। 

            दिल्ली के अस्पताल में एक नर्स ने सीधे केरल  से आकर नौकरी ज्वाइन की तो उसे आम मरीज़ों की बात समझने के लिये हिन्दी सीखने की सलाह दी गयी। नर्स ने हिन्दी बोलना सीखने में रूचि दिखायी तो सहकर्मी उसे हिन्दी सिखाने लगे। सर्दी का मौसम था। एक दिन नर्स अपनी हिन्दीभाषी सहेली से कहती है- "मेरी होंठ टूट गयी"(वह कहना चाहती थी- "मेरा होंठ फट गया")   
सुनकर लोग हँसे लेकिन सबने उसकी हिन्दी भाषा सीखने की लगन की तारीफ़ की। पूर्वोत्त्तर और दक्षिण भारत के लोगों को हम अक्सर लिंग (Gender ) सम्बन्धी विपरीत शब्दों का प्रयोग करते हुए पाते हैं। हम अक्सर बातों-बातों में उनकी ये त्रुटियाँ सुधरवाने का प्रयास भी करते हैं। नर्स के मुँह से हम अक्सर सुनते हैं-"डॉक्टर गीता आ गया "..... "डॉ. सुधीर आ गयी"  
  
          हम इन ग़लतियों को हल्के-फुल्के तौर पर लेते हैं और कभी-कभी हँस भी लेते हैं। पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में वहाँ की स्थानीय भाषा के साथ अँग्रेज़ी में प्रमुखतः पढ़ाई होती है अतः हिन्दी भाषा का स्त्रीलिंग-पुल्लिंग व्याकरण अँग्रेज़ी भाषा से अलग होने के कारण ऐसी त्रुटियाँ आम हो गयी हैं। 
यहाँ हिन्दी भाषा व्याकरण के स्त्रीलिंग-पुल्लिंग को आंशिक रूप से वर्ण पिरामिड के माध्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत किया है -

अपवाद 
धातुऐं ( सोना ,ताम्बा ,लोहा ,काँसा ,पीतल आदि ) पुल्लिंग होती हैं लेकिन               चाँदी स्त्रीलिंग 

फल ( आम ,संतरा ,केला ,पपीता ,नींबू आदि ) पुल्लिंग है लेकिन नारंगी                 स्त्रीलिंग 

शरीर के कुछ अंग अवयव ( हाथ ,पैर,माथा , सर ,गाल , पेट , बाल , होंठ ,                नाख़ून, अँगूठा, घुटना, तलवा, रोम आदि) पुल्लिंग हैं तो कुछ  अंग अवयव ( जीभ, नाक, अँगुली, आँख, पलक, एड़ी, त्वचा, हड्डी,गर्दन, आँत  आदि )स्त्रीलिंग हैं।
   
रत्न (हीरा,पन्ना ,पुखराज, मूँगा, मोती, नीलम आदि ) पुल्लिंग हैं तो मणि  स्त्रीलिंग  
   
ग्रह - ( मंगल ,बुध ,बृहस्पति,शुक्र ,शनि आदि ) पुल्लिंग हैं तो पृथ्वी  स्त्रीलिंग है।  



है 
दिन 
पुल्लिंग 
रजनी स्त्री 
पावक जल 
होते विपरीत 
यों ही धरा आकाश।


है 
चाँदी 
स्त्रीलिंग 
सोना उल्टा   
बड़ी दुविधा 
दुनिया संसार 
पुल्लिंग हुए देश। 


ये 
बाग़ 
सागर 
फल फूल 
कारोबार में 
आलय प्रत्यय 
पुल्लिंग अधिकारी। 



ज्यों 
भाषा 
नदियाँ 
लिपि लता 
तिथियाँ सभी 
चिड़िया गुड़िया 
है स्त्रीलिंग दुनिया। 


हैं 
पेड़ 
पर्वत 
ग्रह धातु 
महीना दिन 
अंग अपवाद 
पुल्लिंग हुए रत्न।  


ता 
अनी 
आवट 
इया इमा 
प्रत्यय जुड़े 
स्त्रीलिंग के साथ 
इ   और   ईकारांत। 

© रवीन्द्र सिंह यादव

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