इतिहास पढ़ा
ज़्यादातर ब्यौरा
सत्ता के
उत्थान और पतन का
सत्ता और संपत्ति के
हस्तांतरण का
अमीरों की जीवनशैली
दर्शन,कलाप्रियता,क्रूरता
और चरित्र के क़िस्से
सामाजिक राजनीतिक वातावरण के
पुख़्ता दस्तावेज़
सभ्यता-संस्कृति के बीज-वृक्ष
कुछ शासकों की नीतियाँ
उत्पन्न करतीं खीझ
बहुत कुछ
दर्ज होने से छूट गया है
ऐसा पुरखे बताते रहे
समृद्ध इतिहास पर गर्व है
यह तो पुरखों की की देन है
हमारा किया-धरा
भावी पीढ़ियाँ पढेंगीं
मजबूरन भुगतेंगीं
सराहेंगीं या धिक्कारेंगीं
वक़्त तय करेगा।
© रवीन्द्र सिंह यादव
ज़्यादातर ब्यौरा
सत्ता के
उत्थान और पतन का
सत्ता और संपत्ति के
हस्तांतरण का
अमीरों की जीवनशैली
दर्शन,कलाप्रियता,क्रूरता
और चरित्र के क़िस्से
सामाजिक राजनीतिक वातावरण के
पुख़्ता दस्तावेज़
सभ्यता-संस्कृति के बीज-वृक्ष
कुछ शासकों की नीतियाँ
उत्पन्न करतीं खीझ
बहुत कुछ
दर्ज होने से छूट गया है
ऐसा पुरखे बताते रहे
समृद्ध इतिहास पर गर्व है
यह तो पुरखों की की देन है
हमारा किया-धरा
भावी पीढ़ियाँ पढेंगीं
मजबूरन भुगतेंगीं
सराहेंगीं या धिक्कारेंगीं
वक़्त तय करेगा।
© रवीन्द्र सिंह यादव
हमारा किया-धरा
जवाब देंहटाएंभावी पीढ़ियाँ पढेंगीं
मजबूरन भुगतेंगीं
सराहेंगीं या धिक्कारेंगीं
वक़्त तय करेगा।
बहुत सटीक और गंभीर प्रश्न हृदय से पूछती प्रभावी रचना ।